“मैंने बचपन में सुना था की पैसा सब कुछ नहीं होता लेकिन बहुत खुश होता है यह कहानी सच्ची और अच्छी है थोड़ा ध्यान से समझिएगा अगर आप पैसा कामना चाहते हैं अमीर बन्ना चाहते हैं अमीर बने रहना चाहते हैं रॉबर्ट टी कियोसकी नाम के इंसान की कहानी है जब फिफ्थ क्लास में पढ़ने थे जी स्कूल में पढ़ने थे वहां देखते थे की अमीरों के बच्चे आते थे उनके माता पिता उनके पेरेंट्स आते थे महंगी गाड़ी में उनको छोड़ने के लिए उन बच्चों के पास में महंगे आइटम होते थे रॉबर्ट के जो फादर थे वो एक टीचर थे एचडी होल्डर थे अच्छी पढ़ाई की थी लेकिन कम कमाते थे रॉबर्ट ने कहा मेरे दादा तो पुर दादा रॉबर्ट घर पर गए एक दिन स्कूल से परेशान होकर की यही सोचते जा रहे थे की मेरे पास में ये सब चीज क्यों नहीं है मेरे पापा कर से छोड़ने क्यों नहीं आते हैं जाकर के पापा से कहा की पापा अमीर कैसे बन सकते हैं तो पापा ने कहा उसे योर हेड अपना दिमाग चलाओ छोटा बच्चा फिफ्थ क्लास का क्या करता अपने दोस्त माइक के पास में गया और उससे कहा क्या वो थोड़ा पैसा कमाते हैं आसपास के एरिया में जितना टूथपेस्ट था जितनी वो टूथपेस्ट की ट्यूब होती है वो थी खाली वाली उस को लेकर क्या है स्टील का बर्तन गैस पर रखा गम पानी जो था उबालने के लिए छोड़ दिया उसने उसको दाल दिया और कुछ कोशिश में लगे थे रोबोट के फादर रियल फादर जो है घर पर आते हैं तो देखते हैं की बच्चे क्या कर क्या कर रहे हो तो रोबोट कहते हैं रॉबर्ट को लेकर के बैठने हैं लेक्चर कहते हैं बेटा तुमने उसे दिन सवाल पूछा था की अमीर कैसे बन सकते हैं मैंने मेरी लाइफ में पैसे के बड़े में सोचा ही नहीं है एक नौकरी के बड़े में सोचा नौकरी करता रहा पैसा ज्यादा कैसे काम सकते हैं तो ख्याल ही नहीं आया तुम्हारा जो दोस्त है माइ क उसके फादर बिजनेसमैन मानव सिर्फ आठवीं पास है मेरी तरह इतनी उन्होंने पढ़ाई नहीं की सिर्फ आठवीं पास है लेकिन वह तुम्हें बता सकते हैं की अमीर कैसे बनते हैं 9 साल का बच्चा माइक के दादा के पास जाता है जिन्हें कहता है रिच दादा और उनसे समझना शुरू करता है कहानी की शुरुआत होती है 30 साल तक समझना है फाइनेंशियल जो एजुकेशन है वह से मिलती है और कमल करके दिखता है रॉबर्ट तक जो साकी जिनकी किताब है रिच दादा पुर दादा उसकी समरी आपको समझने का प्रयास कर रहा है छोटे से वीडियो में लर्निंग सीरीज आप देख रहे हैं सीखोगे नहीं तो जीते हुए कैसे मेरा नाम है हर जगह इससे पहले की क्या सीखना चाहिए रिच दादा पुर दादा बुक से मैं आपको बताना चाहता हूं की जो इसके ऑथर हैं टी कियोसकीय उन्होंने इस बुक में यह भी बताने की कोशिश की की मेरे जो फादर थे यानी की जिनको वो रिच दादा का रहे हैं यानी की दोस्त के फादर और पुर दादा यानी की उनके रियल फादर उनकी सोच में कितना डिफरेंस था बचपन में वो बोलते हैं की मैं सोचा करता था कन्फ्यूजन था क्योंकि मैं छोटा था मैं समझ नहीं आता क्या करें रिच दादा की सनी चाहिए फोर दादा की सनी चाहिए क्योंकि पैसों क े बड़े में दोनों का जो एटीट्यूड था जो पर्सपेक्टिव था वो बिल्कुल डिफरेंट था हालांकि दोनों ही चाहते थे की रॉबर्ट लाइफ में गो कर उनके पुर दादा यानी की रियल दादा जो थे वो ये कहते थे की हम यह नहीं ले सकते हैं हम मनी ले सकते हैं लेकिन जो रिच दादा थे उन्होंने ये लाइन कभी कहानी नहीं जो पुर दादा थे वो कभी भी डिनर टेबल पर डिस्कस करना पसंद नहीं करते थे पैसे के बड़े में लेकिन रिच दादा ”
यह ट्रांसक्रिप्ट “रिच डैड पूर डैड” के प्रेरणादायक संदेशों को सारांशित करता है। निम्नलिखित पांच बिंदुओं में इसकी सारांशित जा सकती है:
किसी भी धन समस्या को हल करने का कुछ भी समय की कोई प्रतिबद्धता नहीं है।
धन की शिक्षा को महत्वपूर्ण माना जाना चाहिए, जिससे लोग अपने वित्तीय उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें।
धन के मूल्य को समझना चाहिए और सही वित्तीय निर्णय लेने की कला को सीखना चाहिए।
वित्तीय स्वतंत्रता के लिए निवेश करना और अपने धन को सही ढंग से प्रबंधित करना जरूरी है।
संपत्ति के निर्माण के लिए सामर्थ्य और सामग्री का महत्वपूर्ण धारण करना चाहिए, जो लोगों को स्वतंत्र और सुरक्षित बनाता है।
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